प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कितनी तेजी से फैला है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां कोरोना के मरीज 13 दिन में डबल हो गए हैं। 22 अगस्त को मरीजों की संख्या 20 हजार थी, जो 4 सितंबर को 40 हजार से अधिक हो गई। इसके पहले भी मरीजों की संख्या 15 से 30 हजार होने में केवल 14 दिन ही लगे थे। इस बीच, शनिवार को राजधानी में 398 और प्रदेश में कोरोना के 2529 नए केस मिले हैं। 19 लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 10 रायपुर के हैं। अब तक प्रदेश में कोरोना से 356 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कुल मरीजों की संख्या 43165 पहुंच गई है, जिनमें से 22320 अस्पतालों में भर्ती हैं। पिछले 24 घंटे में 879 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेश में अब तक 20487 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। रायगढ़ एसपी संतोष कुमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। राजधानी समेत प्रदेश में अगस्त से दूसरे पखवाड़े से शुरू हुआ कोरोना का कहर सितंबर के पहले हफ्ते भी जारी है। सितंबर के पहले दिन से ही दो हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, मौतें भी बढ़ी हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यह कोरोना का पीक टाइम है। यही नहीं, सैंपल बढ़े हैं इसलिए भी ज्यादा मरीज मिल रहे हैं।
संक्रमण बढ़ने के बाद रायपुर की पॉश कॉलोनियों में भी बड़ी तादाद में नए मरीज मिल रहे हैं। देवेंद्र नगर, शंकर नगर, कबीर नगर टैगोर नगर, शैलेंद्र नगर कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुके हैं। एम्स के अलावा नेहरू मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल पंडरी में भी हेल्थ वर्कर लगातार संक्रमित हो रहे हैं।
आठ दिन में आई कुछ की रिपोर्ट: बिरगांव में 29 अगस्त को जिन लोगों के सैंपल लिए गए थे, उनकी जांच रिपोर्ट 8 दिन बाद शनिवार को आई है। सैंपल के बड़े संस्थान ने कलेक्ट किए थे। जबकि अधिकारियों का दावा है कि रिपोर्ट आने में अधिकतम 2 दिन लगते हैं। नेहरू मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर रिपोर्ट 2 दिन में आ रही है जबकि शहर के विभिन्न लैब व कलेक्शन सेंटर में एंटीजन किट से आधे घंटे में रिपोर्ट मिल रही है। हालांकि अब वहां भी वेटिंग बढ़ने से समय लग रहा है।
Post a comment