- कुंडा क्षेत्र में एक माह पहले हुई लूट मामले का खुलासा करने वाले पुलिसकर्मियों का सम्मान किया जा रहा था
- पोंड़ी चौकी प्रभारी और हेड कांस्टेबल भी कार्यक्रम में पहुंचे थे, आधे घंटे बाद ही दोनों की रिपोर्ट पॉजिटव आई
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में लूट मामले का खुलासा करने वाले थानेदार और हेड कांस्टेबल को पहले डीजीपी के द्वारा सम्मानित किया गया। फिर लापरवाही बरतने पर मंगलवार को दोनों सस्पेंड कर दिए गए। दोनों पुलिसकर्मी कोरोना का सैंपल देने के बाद कार्यक्रम में पहुंचे थे। इसके ठीक आधे घंटे बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
8 अगस्त की शाम को था सम्मान समारोह
जानकारी के मुताबिक, कुंडा क्षेत्र में करीब एक माह पहले मुंशी से हुई लूट की बेहतर विवेचना और खुलासा करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाना था। इसके लिए 8 अगस्त की शाम को कार्यक्रम में डीजीपी स्वयं पहुंचे थे। इसमें पोड़ी पुलिस चौकी प्रभारी एसआई बृजेश सिन्हा और हेड कांस्टेबल राजपाल धुर्वे भी सम्मान लेने पहुंचे थे।
एसआई समेत 3 पुलिसकर्मी पॉजिटिव मिले थे
इससे पहले 6 अगस्त को दोनों पुलिसकर्मियों ने सैंपल जांच कराई थी। डीजीपी के हाथों सम्मानित होने के आधे घंटे बाद ही दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद एसपी केएल ध्रुव ने लापरवाही बरतने पर दोनों को सस्पेंड कर दिया। साथ ही इसकी जानकारी डीजीपी को दी। एसआई के साथ 3 सिपाही भी पॉजिटिव मिले थे। पुलिसचौकी को भी सील कर दिया गया।
राइस मिल के मुंशी से हुई थी लूट, वही निकला था मस्टर माइंड
करीब एक माह पहले कुंडा थाना क्षेत्र के जंगलपुर गांव में राइसमिल के मुंशी से 2.56 लाख रुपए की लूट हुई थी। इस लूट के बाद जांच में पता चला था कि मुंशी ने ही सारी साजिश रुपए हड़पने के लिए रची थी। वास्तविकता में ऐसी लूट हुई ही नहीं। इसी वारदात की बेहतर विवेचना के लिए पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जा रहा था।
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