तस्वीर अंबेडकर हॉस्पीटल के बाहर की है। बारिश में देर तक शव ऐसे ही भीगता रहा। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को लोगों ने अमानवीय घटना बताते हुए शेयर किया।
- पूर्व मंत्री और भाजपा नेता राजेश मूणत ने ट्वीट किया वीडियो, सरकार के काम-काज पर उठाए सवाल
- अस्पताल की तरफ से कहा गया- जिस संस्था को सौंपा लावारिस शव के अंतिम संस्कार का जिम्मा उसने की लापरवाही
बुधवार को दिन भर एक वीडियो सोशल मीडिया पर नजर आया। इसमें रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के पोस्टमार्टम सेंटर के बाहर एक शव पड़ा दिखा। शव के आस-पास कोई नहीं था। बारिश होने लगी और यूं ही शव लावारिस भीगता रहा। इस वीडियो को पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता राजेश मूणत ने पोस्ट किया। सरकार के काम-काज पर सवाल उठाए। जब वीडियो वायरल होने की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को मिली तो सफाई भरा जवाब भी जारी किया गया।
अस्पताल की ओर से कहा गया कि शव को खुले परिसर में बाहर निकालकर नहीं रखा जाता। मृतक के किसी परिजन की जानकारी ना होने की वजह से कफ़न-दफ़न करने वाली संस्था को शव को सुपुर्द कर दिया गया। अब सम्बन्धित संस्था की जिम्मेदारी बनती है कि शव वाहन की व्यवस्था करे और व्यवस्था के बाद ही शव को कफ़न-दफ़न के लिए मर्चुरी से बाहर निकाले लेकिन उस संस्था ने बिना पूर्व व्यवस्था के शव को बाहर निकाल दिया। यह शव एक 50 साल के व्यक्ति का था।
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