रायपुर। राजधानी लालपुर का कोरोना टेस्टिंग लैब (आईआरएल) दो दिनों के लिए सील कर दिया गया है। सेनिटाइजेशन के बाद संभवत: मंगलवार से यहां पर जांच शुरू की जाएगी। यहां पर ट्रनॉट मशीन से प्रतिदिन 70 से 80 कोरोना सैंपल की जांच की जाती थी। दरअसल, मामला यह है कि कालीबाड़ी में ट्रनॉट मशीन लगाई जानी है। मशीन के स्टोलेशन का काम करने के लिए पश्चिम बंगाल से इंजीनियर आया है। शुक्रवार को उसने मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. मीरा बघेल और कार्यालय के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में मशीन का प्रजेंटेशन दिया था। पश्चिम बंगाल से आए इंजीनियर की एहतियात के तौर पर कोरोना सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य कार्यालय में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीएमएचओ और कुछ कर्मचारियों को तुरंत क्वारंटाइन कराया गया। लालपुर कोरोना टेस्टिंग लैब में इंजीनियर गया था।
होम क्वारंटाइन से कर रहीं नेतृत्व
जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के कार्य का नेतृत्व सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल होम क्वाारंटाइन से ही कर रही हैं। 'पत्रिकाÓ से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण उनमें नहीं है। इंजीनियर के कॉन्टेक्ट में आने की वजह से एहतियात के तौर पर 5 दिन के लिए होम क्वारंटाइन हुई हैं। सोमवार को छुट्टी होने की वजह से मंगलवार को संभवत: सैंपल टेस्ट कराएंगी। बुधवार को रिपोर्ट आने के बाद कार्यालय आएंगी। उन्होंने कि जिले में हॉटस्पॉट बन रहे क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग कराकर संक्रमण के फैलाव को रोका जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे सैंपलिंग टेस्ट में उन्होंने लोगों से सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से मॉस्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील भी की।
Post a comment