होम साइंस को बेहतर बताते हुए डॉ. तिवारी ने कहा कि बालिकाएं भविष्य की गृहणी होती है। सुरक्षित भविष्य की दुनिया होती हैं। उसके लिए एक तरह से इस विषय का अनिवार्य क्लास लिया जाता है, जो कुछ हद तक सही भी हो सकता है। आज के दौर में इस विषय में स्नातक करने वाले छात्राओं के लिए कॅरियर की कोई कमी नहीं होती। गृह विज्ञान एक विस्तृत रोजगार संभावनाओं से युक्त क्षेत्र है।
होम साइंस का मतलब केवल घर का प्रबंध नहीं है, बल्कि आज प्रोफेशनल फील्ड में बढ़ रही चुनौतियों के बीच का महत्व दूसरे कई क्षेत्रों में बढ़ा है। आप यदि होम साइंस में ग्रेजुएट हैं तो संसाधन, प्रबंधन, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे सेक्टर में बहुत कुछ कर सकते हैं। आज होम साइंस में शामिल कई विषय इसे खास बनाते हैं।
केमिस्ट्री, बायोलॉजी, इकोनॉमी रूलर डेवलपमेंट, चाइल्ड डेवलपमेंट रिसोर्स, मैनेजमेंट कम्युनिकेशन जैसे विषय के चलते आज इस क्षेत्र का दायरा काफी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि होम साइंस में कॅरियर बनाने के लिए फूड एंड न्यूट्रिशन क्लॉथिंग एंड टैक्सटाइल्स ह्यूमन डेवलपमेंट तथा फैमिली रिसोर्स मैनेजमेंट एनाटॉमी बायोकेमिस्ट्री आदि क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करके प्राप्त कर सकते हैं।
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