शहर और क्षेत्र में भी ऐसे युवा बड़ी संख्या में मौजूद हैं जो नई-नई तरह की खोज करते हैं। इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए कोई मंच नहीं है। इससे प्रतिभा स्थानीय स्तर पर ही समाप्त हो जाती है। ऐसे में केंद्र सरकार की योजना के तहत निगम ने नई स्टार्टअप योजना पर काम शुरू कर दिया है। नई बन रही आधुनिक लाइब्रेरी में ही एक अलग काउंटर बनाया जा रहा है।
यहां ऑल इंडिया लोकल इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल साइंस नाम के फर्म के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। नई खोज करने वाले युवा यहां आए तो पहले उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके बाद उनकी खोज का व्यवस्थित रूप से प्लान तैयार कराया जाएगा। विशेषज्ञ यह देखेंगे कि नई खोज किस कंपनी या संस्था के काम आ सकती है।
इसके बाद संबंधित कंपनी से अनुबंध करके प्लान को उनके सामने प्रेजेंटेशन कराया जाएगा। फिर सभी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। इस नए प्लान की शुरुआत 15 अगस्त से करने की तैयारी है। पूरे प्रोजेक्ट में फिलहाल 50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
सैकड़ों तरह के सामान की जरूरत
स्थानीय स्तर पर ही क्षेत्र में एसईसीएल, एनटीपीसी, रेलवे जैसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां मौजूद हैं। वहां सैकड़ों तरह के सामान की जरूरत पड़ती है। यदि किसी खोजकर्ता का आविष्कार इनकी लागत कम करने वाला या उपयोगी हुआ तो यहां ही उन्हें बाजार मिल जाएगा।
- स्थानीय स्तर पर भी बड़ी संख्या में योग्य खोजकर्ता युवा मौजूद हैं। अब तक उन्हें अवसर नहीं मिलता था। अब हम उन्हें एक मंच उपलब्ध कराएंगे। इससे हम टेक्नोलॉजी के तौर पर आत्मनिर्भर होंगे और खोजकर्ताओं को भी नया अवसर मिलेगा। - प्रभाकर पांडेय, आयुक्त, नगर निगम
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