रायपुर रेलमंडल (Raipur Rail Division) ने कोविड- 19 (Covid-19) के संक्रमण को रोकने को लेकर बड़ा कदम उठाया है. रायपुर स्टेशन पर दो ऑटो थरमो चैकिंग एंड टिकट वेरिफिकेशन मशीन लगाई गई है. इस मशीन से टिकटों की जांच और थर्मल स्कैनिंग दोनों एक साथ हो जाती है.
रायपुर. दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेलमंडल (Raipur Rail Division) में आंशिक रूप से यात्री ट्रेन सेवाएं (Train Service) शुरू हो गई हैं. साथ ही दूसरे राज्यों से श्रमिकों को लाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भी चल रही हैं. ऐसे में टिकट की जांच के दौरान संक्रमण का खतरा बना हुआ है. जिसके मद्देनजर रायपुर स्टेशन में ऑटोमेटिक टिकट चेकिंग मशीन और थर्मल स्क्रीनिंग की शुरुआत की गई है.
रायपुर रेलमंडल ने कोविड- 19 के संक्रमण को रोकने को लेकर बड़ा कदम उठाया है. रायपुर स्टेशन पर जनरल थरमो चैकिंग के अलावा दो ऑटो थरमो चैकिंग एंड टिकट वेरिफिकेशन मशीन लगाई गई है. एक ही मशीन से टिकटों की जांच और थर्मल स्कैनिंग दोनों ही सुविधा इसमें मौजूद हैं. मशीन वेब कैमरा से भी लैस है. जिसमें यात्रियों को पहचान प्रमाण के साथ-साथ अपना टिकट दिखाने के लिए निर्देशित किया जाता है, जिसे कैमरे द्वारा कैप्चर किया जाता है. जांच के लिए इमेज को मॉनिटर पर दर्शाया जाता है.
टिकट सत्यापन होने के बाद यात्रियों को आगे की स्क्रीनिंग के लिए स्टेशन परिसर में प्रवेश और निकासी की अनुमति दी जाती है. सिस्टम थर्मल स्कैनर भी कैमरा से लैस है, जो यात्री का फोटो मॉनिटर पर प्रदर्शित करता है. यात्रियों को मॉनिटर से हरी झंडी मिलने के बाद ही ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाती है. अगर यात्री के शरीर का तापमान ज्यादा है तो कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक प्रक्रिया की जाती है.
रायपुर रेलमंडल ने कोविड- 19 के संक्रमण को रोकने को लेकर बड़ा कदम उठाया है. रायपुर स्टेशन पर जनरल थरमो चैकिंग के अलावा दो ऑटो थरमो चैकिंग एंड टिकट वेरिफिकेशन मशीन लगाई गई है. एक ही मशीन से टिकटों की जांच और थर्मल स्कैनिंग दोनों ही सुविधा इसमें मौजूद हैं. मशीन वेब कैमरा से भी लैस है. जिसमें यात्रियों को पहचान प्रमाण के साथ-साथ अपना टिकट दिखाने के लिए निर्देशित किया जाता है, जिसे कैमरे द्वारा कैप्चर किया जाता है. जांच के लिए इमेज को मॉनिटर पर दर्शाया जाता है.
टिकट सत्यापन होने के बाद यात्रियों को आगे की स्क्रीनिंग के लिए स्टेशन परिसर में प्रवेश और निकासी की अनुमति दी जाती है. सिस्टम थर्मल स्कैनर भी कैमरा से लैस है, जो यात्री का फोटो मॉनिटर पर प्रदर्शित करता है. यात्रियों को मॉनिटर से हरी झंडी मिलने के बाद ही ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाती है. अगर यात्री के शरीर का तापमान ज्यादा है तो कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक प्रक्रिया की जाती है.
रायपुर रेलमंडल के पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद ने बताया कि इस तरह की पहली मशीन रायपुर रेलवे स्टेशन में लगाई गई है. आवश्यकता के अनुसार दूसरे स्टेशनों में भी मशीनें लगाई जा सकती हैं. इससे यात्रियों को सुरक्षित यात्रा में सहयोग मिलता है, साथ ही रेलकर्मियों को भी सुरक्षित वातावरण उपलब्ध होता है. इस प्रणाली द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश करने और बाहर निकलने वाले यात्रियों के टिकटों, शरीर के तापमान का संपर्क रहित सत्यापन किया जाता है.
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