जिले के कृषकों से अपील करते हुए बीज प्रक्रिया केन्द्र कांकेर के प्रभारी श्रीमती माधुरी बाला ने बताया है कि बीज निगम कांकेर में खरीफ 2020 एवं आगामी रबी फसल 2020-21 के लिए प्रमाणित बीज एवं प्रचलित किस्मों का बीज उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत पंजीकृत किसान सीधे लाभ ले सकते हैं। कृषकों द्वारा उत्पादित बीजों को कृषि विभाग के मांग अनुसार सहकारी समितियों एवं योजनाओं के माध्यम से वितरण किया जाएगा।
पंजीकृत इच्छुक कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण देकर बीज उत्पादन कार्यक्रम में बरती जाने वाली सावधानियां एवं अधिक उपज से लाभ की जानकारी दी जाएगी। पंजीयन के लिए खरीफ फसल हेतु बोनी के 20 दिनों के अन्दर या 31 अगस्त तक और रबी फसल के लिए बोनी के 20 दिनों के अन्दर या 21दिसम्बर तक करा सकते हैं। पंजीयन किये जाने वाली खरीफ फसलें-धान के किस्में इस प्रकार हैः-एमटीयू-1010, एमटीयू-1001, आईआर-64, पीकेव्ही (एचएमटी) इत्यादि धान की किस्में हैं। इसी प्रकार दलहन तिलहन की फसलों में कोदो, रागी, उड़द, मूंग, अरहर,कुल्थी, तिल और रामतिल का पंजीयन करा सकते हैं। रबी फसल में गेहॅू, चना, मटर, मसूर, तिवड़ा, कुसुम, सरसों,तोरिया और अलसी और ग्रीष्म में बोये जाने वाले दलहन-तिलहन के लिए पंजीयन शुल्क एवं दस्तावेज बीज उत्पादन कार्यक्रम लेने वाले कृषकों को छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम, कृषि महाविद्यालय एवं मान्यता प्राप्त संस्थान के वितरण केन्द्र से बीज उत्पादन हेतु आधार एवं प्रमाणित श्रेणी 01 का बीज क्रय किया जा सकता है एवं प्रमाणीकरण संस्था से निर्धारित शुल्क पर प्राप्त कर सकते हैं।
कृषकों को सामान्य फसल उत्पादन की अपेक्षा बीज उत्पादन के लिए राज्य शासन द्वारा धान के समर्थन मूल्य पर मोटा धान सहकारी समिति में प्रति क्विंटल 1815रूपये और बीज निगम के मानक बीजों पर प्रति क्विंटल2390 रूपये एवं पतला धान सहकारी समिति में प्रति क्विंटल 1835 रूपये और बीज निगम के मानक बीजों पर प्रति क्विंटल 2410 रूपये लाभ ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए जिला स्तर पर बीज प्रक्रिया केन्द्र सिंगारभाट कांकेर, उप संचालक कृषि एवं कृषि विज्ञान केन्द्र सिंगारभाट से प्राप्त किया जा सकता है। विकासखण्ड स्तर पर संबंधित विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
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